
पाकिस्तान में बलूचिस्तान लिब्रेशन आर्मी (BLA) ने हाल ही में जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर लिया था, जिसमें 400 से अधिक यात्री सवार थे। इस घटना के बाद पाकिस्तान आर्मी ने एक बड़ा ऑपरेशन शुरू किया, जिसमें दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी हुई और कुल 58 लोग मारे गए, जिनमें 21 यात्री, 4 सैनिक और 33 हमलावर शामिल थे। पाकिस्तान ने इस हमले के पीछे भारत का हाथ होने का आरोप लगाया, लेकिन भारत ने इन आरोपों को सख्त तौर पर खारिज कर दिया है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने दावा किया कि इस हमले के हमलावरों के हैंडलर अफगानिस्तान में थे और उन्हें भारत का समर्थन प्राप्त था। उन्होंने यह भी कहा कि उनके पास सबूत हैं जो बताते हैं कि अपहरण से जुड़ी कॉल्स अफगानिस्तान से की गई थीं। पाकिस्तान ने यह आरोप भी लगाया कि भारत पाकिस्तान में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है, और इस घटना में भारत का हाथ था।
भारत ने पाकिस्तान के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि यह सभी आरोप निराधार हैं और पाकिस्तान अपनी आंतरिक समस्याओं और नाकामियों को छुपाने के लिए दूसरों पर आरोप लगा रहा है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि दुनिया जानती है कि वैश्विक आतंकवाद का केंद्र कहां है और पाकिस्तान को अपनी समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए, न कि दूसरों को दोषी ठहराना चाहिए।
भारत ने हमेशा पाकिस्तान के आरोपों को नकारा है, जिसमें वह भारत पर बलूचिस्तान में बीएलए जैसे संगठनों का समर्थन करने का आरोप लगाता रहा है। इस घटना के बाद से बीएलए के हमलों में भी तेजी आई है, और जाफर एक्सप्रेस की हाईजैकिंग ने इस संघर्ष को और भी उग्र बना दिया है।
पाकिस्तान और भारत के बीच यह नया विवाद एक बार फिर से दोनों देशों के रिश्तों को तनावपूर्ण बना सकता है। पाकिस्तान की ओर से लगाए गए आरोपों के बाद भारत ने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए पाकिस्तान को जवाब दिया है कि उसे अपनी आंतरिक समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए।