
केरल से बड़ी खबर सामने आ रही है। कोच्चि के पास कक्कनाड स्थित सेंट्रल एक्साइज स्टाफ र्क्वाटर में IRS अफसर मनीष विजय अग्रवाल और उनकी मां-बहन के शव मिले हैं। मनीष विजय अग्रवाल की बहन शालिनी विजय JPSC-1 की टॉपर रह चुकी हैं। मनीष ककनाड के कस्टम विभाग में अतिरिक्त आयुक्त के तौर पर तैनात थे। वहीं शालिनी झारखंड में डिप्टी कलेक्टर के तौर पर तैनात थीं।
हालांकि शालिनी बीते चार सालों से अवकाश पर थीं। पूरा परिवार रांची के रेडियम रोड स्थित अपार्टमेंट में किराये पर रहता था। गौरतलब है कि जेपीएससी पहली और दूसरी परीक्षा की सीबीआई जांच चल रही है। सीबीआई ने जेपीएससी प्रथम में सफल अभ्यर्थियों में से करीब 55 को नोटिस किया है। उनमें शालिनी विजय भी शामिल थीं। सीबीआई की विशेष अदालत ने शालिनी को 15 फरवरी को पेश होने के लिए समन भेजा था। पुलिस को संदेह है कि इस मामले में सार्वजनिक अपमान के डर से परिवार ने आत्महत्या की है.
बताया जा रहा है कि केरल में परिवार से मिलने मनीष के दादा भी आते थे। शालिनी लंबे समय तक रांची में कार्यपालक दंडाधिकारी रहीं। बाद में उन्होंने दक्षिण भारत के रहने वाले एक प्रोफेसर के साथ विवाह रचाया था। उनकी आखिरी बार पोस्टिंग गढ़वा में जिला समाज कल्याण विभाग में हुई। लेकिन 2021 में छुट्टी लेकर वो केरल चली गईं। कार्मिक विभाग के अनुसार इसके बाद से शालिनी का विभाग से कोई संपर्क नहीं हो पाया। हालांकि जनवरी 2025 में शालिनी ने अपनी छुट्टी को एक बार फिर से बढ़ाने के लिए कार्मिक विभाग में आवेदन दिया। लेकिन कार्मिक विभाग की ओर से छुट्टी बढ़ाने और पहले ली गई छुट्टी के कारणों के बारे में उनसे पूरी जानकारी मांगी गई थी.
शालिनी की शादी 2008 में हुई थी। पति संबलपुर में लेक्चरर थे। शालिनी की शादी के पहले मां की ओर से मन्नत मांगी गई थी कि बेटी की शादी होने के बाद वो अपने सिर के बाल को दान में दे देंगी। पड़ोसियों के अनुसार बेटी की शादी के बाद शालिनी की मां शकुंतला विजय ने मुंडन भी कराया था। लेकिन शालिनी की शादी लंबे समय तक नहीं चली। 2019 में शालिनी अपने पति से अलग हो गईं। केरल पुलिस के अनुसार मनीष और उनकी बहन शालिनी के शव फंदे से लटके मिले हैं, जबकि मां की बॉडी बिस्तर पर मिली.
वहीं दोनों की मां शकुंतला के शव के दोनों ओर फूल रखे थे. बगल में परिवारिक सदस्यों की तस्वीरें भी रखी हुई थी। इससे अंदेशा जताया जा रहा है कि उनकी मौत पहले हुई। इसके बाद मनीष और शालिनी की मौत हुई। पड़ोसियों व स्थानीय लोगों का कहना है कि पूरा परिवार काफी धार्मिक प्रवृत्ति का था। ऐसे में पारिवारिक या धार्मिक कारणों से भी घटना को अंजाम दिए जाने का संदेह है।
पुलिस को आशंका है कि परिवार ने आत्महत्या की है। मनीष 2011 बैच के आईआरएस अधिकारी थे। कई महीनों से बहन शालिनी उनके परिवार के साथ रह रही थी। एक रिपोर्ट के अनुसार रांची में रहने वाले उनके पड़ोसियों ने बताया कि शालिनी के पति की तैनाती केरल में ही है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।