
तिब्बत और नेपाल में मंगलवार सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. दोनों देशों की सीमा से लगे इलाकों में सुबह 6 बजकर 35 मिनट पर 7.1 तीव्रता का भूकंप आया. इस भूकंप का असर भारत के कई राज्यों में भी देखने को मिला. दिल्ली-एनसीआर और बिहार समेत देश के कई हिस्सों में सुबह-सुबह धरती कांप उठी. गनीमत रही की इससे भारत में जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं हैं.
हालांकि चीन की समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक तिब्बत के शिगात्से शहर में मंगलवार को आए भूकंप में लगभग 53 लोगों की मौत हो गई और 38 घायल हो गए हैं. अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वे (यूएसजीएस) के मुताबिक़ भूकंप का केंद्र चीन के तिब्बत में है जहां पर 7.1 तीव्रता का भूकंप आया है. हालांकि इससे पहले यूएसजीएस ने भूकंप का केंद्र नेपाल के लोबुचे इलाक़े को बताया था लेकिन उसने फिर इसमें बदलाव कर दिया.

इस भूकंप की तीव्रता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसके झटके भारत के बिहार, यूपी, दिल्ली एनसीआर, बंगाल समेत कई राज्यों में महसूस किए गए. भूकंप इतना तेज था कि कई सेकेंड तक चीजें हिलने लगीं. दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद समेत एनसीआर में रहने वाले लोगों की भूकंप से नींद खुली. भूकंप इतना तेज था कि लोग डरकर नींद से उठ गए और घर से बाहर निकल आए.
दिल्ली-एनसीआर और बिहार के अलावा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के भी कई शहरों में धरती डोली है. खासकर उत्तर भारत के कई शहरों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. भूकंप का केंद्र नेपाल बॉर्डर पर तिब्बत के पास बताया जा रहा है. इसकी तीव्रता 7.1 थी. यह 6.35 बजे आया. अब तक इस भूकंप से किसी के हताहत होने की भी खबर नहीं है. गौरतलब है कि इससे एक दिन पहले महाराष्ट्र के पालघर वाले इलाके में सोमवार को भूकंप आया था. उस भूकंप की तीव्रता करीब 4 थी.
