
महाराष्ट्र विधानसभा के बजट सत्र से निलंबित किए जाने पर अबू आजमी की प्रतिक्रिया सामने आई है. खुद के निलंबन पर उन्होंने नाराजगी जताई है. आजमी ने मैंने असेंबली में भी ऐसी कोई बात नहीं की वहां से क्यों निलंबित किया गया. अबू आजमी ने कहा, “मैं कानून का दरवाज खटखटाऊंगा, मुझे ऐसे कैसे हटा सकते हैं. रमजान का महीना चल रहा है, रोजा है मेरी तबियत भी ठीक नहीं है. जल्द ही कानूनी सलाह लूंगा. अबू आजमी ने आगे कहा, कई लोग शिवाजी महाराज के बारे में क्या क्या बोल गए उन पर कोई करवाई नहीं हुई.”
अबू आजमी ने वीडियो जारी करते हुए कहा कि मैंने विधानसभा के अंदर तो कुछ कहा ही नहीं, बाहर भी मैंने किसी महापुरुष के बारे में अपमानित बात नहीं की. किसी के बारे में गलत नहीं कहा. तो फिर मुझे क्यों सस्पेंड कर दिया गया. बाहर भी मैंने औरंगजेब के बारे में वही कहा जो इतिहासकारों ने लिखा है बाकी तो मैंने कुछ कहा ही नहीं, मुझे अफसोस है इसके बावजूद भी मुझे सस्पेंड कर दिया, ये नाइंसाफी है.”
उन्होंने वीडियो मैसेज में आगे कहा कि “एक प्रशांत कोरटकर हैं और राहुल सोलापुरकर हैं, जिन्होंने छत्रपति शिवाजी को कितना अपमानित किया, क्या-क्या अलफाज बोले वो मैं बोल भी नहीं सकता लेकिन उन पर आजतक कोई कार्रवाई नहीं हुई, आज कानून है या नहीं.
अबू आजमी ने कहा, “मैं अपने इलाके के लोगों की समस्याएं लेकर इस बजट सेशन में उठाने वाला था, बहुत से मुद्दे थे, लेकिन सब खत्म कर दिया. मैं स्पीकर साहब से पूछूंगा कि किस लिए मुझे सस्पेंड किया, ये किस कानून के तहत आता है.”