
दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने है. इसको लेकर सभी राजनीतिक दल अपना दमखम आज़मा रहे हैं. चुनाव आयोग चुनाव की तारीख का ऐलान 7 जनवरी को करेगा. माना जा रहा है कि दिल्ली में एक ही फेज़ में चुनाव कराए जाएंगे. खबरों के मुताबिक फरवरी के दूसरे हफ्ते में वोट डाले जाएंगे और नतीजे 17 फरवरी को आ सकते हैं. दरअसल मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार 18 फरवरी को रिटायर्ड हो रहे हैं और इसीलिए आयोग द्वारा उनके रिटायरमेंट से पहले चुनाव करवाने की कोशिश की जा सकती है.
वहीं इस पूरे मामले पर दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा किए जाने को लेकर दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली की जनता भी उस तारीख का बेसब्री से इंतज़ार कर रही है, जब उन्हें इस ‘आपदा’ वाली सरकार से मुक्ति मिलेगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने दिल्ली को लूटा और धोखा दिया है, अब इसकी विदाई का समय आ गया है.
दूसरी ओर RJD सांसद मनोज झा ने कहा कि “चुनाव आयोग को सिर्फ तारीखों की घोषणा नहीं करनी चाहिए, उसे स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करना चाहिए। झा ने कहा कि हमने हजारों बार कहा है कि चुनाव आयोग के कामकाज पर सवालिया निशान हैं, और ये तभी खत्म होंगे जब चुनाव आयोग अपने कार्यों से साबित करें कि वह समान लेवल प्लेइंग फील्ड में विश्वास करते हैं। हमारी यही उम्मीद रहेगी कि किसी एक पार्टी के हितों को साधने की कोशिश न हो.
अगर पिछले विधानसभा चुनाव नतीजों की बात करें तो 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को प्रचंड बहुमत के सात जीत हासिल की थी. आप ने यहां 70 में से 62 सीटें अपने नाम की थीं, जबकि कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया था. वहीं 2020 में बीजेपी के खाते में सिर्फ आठ सीटें ही आईं थीं.