
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कोलकाता में टीएमसी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग की. इस दौरान ममता ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा. इतना ही नहीं, उन्होंने चुनाव आयोग पर भी कई आरोप लगाए. ममता ने कहा कि बीजेपी चुनाव आयोग की मदद से अन्य राज्यों से फर्जी वोटरों को बंगाल की वोटर लिस्ट में शामिल कर रही है, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे. जरूरत पड़ी तो पार्टी चुनाव आयोग के दफ्तर के बाहर अनिश्चितकालीन धरना पर भी बैठेगी
कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस की मीटिंग को संबोधित करते हुए, ममता बनर्जी ने नए मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार की नियुक्ति पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि ‘बीजेपी चुनाव आयोग के सपोर्ट से वोटर लिस्ट में हेरफेर कर रही है.’ गौरतलब बै कि कुछ ऐसा ही आरोप दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी चुनाव आयोग पर आरोप लगाए थे. हालांकि, अरविंद केजरीवाल से सबूत मांगते हुए चुनाव आयोग ने इस आरोप को खारिज कर दिया था.
ममता बनर्जी ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो उनकी पार्टी चुनाव आयोग के दफ्तर के बाहर अनिश्चितकालीन धरना देगी. उन्होंने कहा, ‘अगर मैं 2006 में भूमि अधिग्रहण विरोधी आंदोलन के दौरान 26 दिन की भूख हड़ताल कर सकती हूं, तो हम चुनाव आयोग के खिलाफ भी आंदोलन कर सकते हैं.’
वहीं, ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि दिल्ली और महाराष्ट्र के चुनावों में भी बीजेपी ने हरियाणा और गुजरात से फर्जी वोटर बुलाकर जीत हासिल की. उन्होंने कहा कि बीजेपी अब बंगाल में भी यही करने की कोशिश करेगी, क्योंकि वह जानती है कि अगर निष्पक्ष चुनाव हुए, तो वह कभी जीत नहीं सकती.
टीएमसी प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी ऐसे फर्जी वोटरों की पहचान करेगी और बीजेपी को बंगाल में ऐसा करने नहीं देगी. उन्होंने दावा किया कि अगले विधानसभा चुनाव में टीएमसी 294 में से 215 से अधिक सीटें जीतेगी. उन्होंने कहा कि इस बार विधानसभा में बीजेपी की संख्या घटेगी. हालांकि, कई पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसबार बंगाल में ममता की राह आसान नहीं है