Top News : तिरूपति बालाजी के लड्डू पर विवाद, जानिए लाखों भक्तों के लिए कैसे बनता है प्रसाद?Breaking News 1
Top News : तिरूपति मंदिर में लड्डू पोट्टू एक रसोई है जहां लड्डू तैयार किये जाते हैं
Top News : कहा जाता है कि पहले प्रसाद बनाने के लिए लकड़ी का इस्तेमाल किया जाता था लेकिन 1984 से इस काम में एलपीजी गैस का इस्तेमाल किया जा रहा है. ऐसा माना जाता है कि लड्डू पोट्टू में हर दिन 8 लाख लड्डू बनाए जाते हैं।
Table of Contents
तिरूपति तिरुमाला मंदिर अपने प्रसाद विवाद को लेकर सुर्खियों में है। विवाद टीडीपी के इन आरोपों के बाद शुरू हुआ कि रिपोर्ट में मंदिर के लड्डू प्रसाद में शुद्ध घी के बजाय पशु वसा और गोमांस की मौजूदगी की पुष्टि की गई है। राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड ने पुष्टि की है कि लड्डुओं में वसा और गोमांस होता है। रिपोर्ट के मुताबिक, तिरूपति बालाजी में लड्डू प्रसाद बनाने में मछली का तेल, बीफ, चर्बी आदि का इस्तेमाल किया गया है. इस प्रसाद के लिए चंद्रबाबू नायडू ने वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली पूर्व सरकार पर आरोप लगाया गया है…
Top News : इस प्रसाद के बिना बालाजी के दर्शन अधूरे माने जाते हैं
यह विशेष प्रकार का लड्डू तिरूपति बालाजी मंदिर में चढ़ाया जाता है। मान्यता है कि इस प्रसाद के बिना बालाजी के दर्शन अधूरे हैं। मंदिर में इस लड्डू का प्रसाद बनाने का तरीका काफी अलग है। मंदिर में लड्डू बनाते समय पूरी पवित्रता का ध्यान रखा जाता है। तिरूपति मंदिर में लड्डू पोट्टू एक रसोई है जहां लड्डू तैयार किये जाते हैं। कहा जाता है कि पहले प्रसाद बनाने के लिए लकड़ी का इस्तेमाल किया जाता था लेकिन 1984 से इस काम में एलपीजी गैस का इस्तेमाल किया जा रहा है. ऐसा माना जाता है कि लड्डू पोट्टू में हर दिन 8 लाख लड्डू बनाए जाते हैं।
Top News : प्रसाद कैसे बनता है?
तिरूपति बालाजी मंदिर में रोजाना का लड्डू प्रसाद खास तरीके से तैयार किया जाता है। इसे दित्तम कहा जाता है. इस प्रसाद को बनाने के लिए बेसन, काजू, किशमिश, मिश्री, घी, इलायची आदि मिलाया जाता है। आपको बता दें कि दित्तम को अब तक केवल 6 बार बदला गया है। प्रसाद बनाने में हर दिन 10 टन बेसन, 10 टन चीनी, 700 किलो काजू, 150 किलो इलायची, 300 से 400 लीटर घी, 500 किलो मिश्री, 540 किलो किशमिश आदि का इस्तेमाल होता है.