

कांग्रेस के सीनियर नेता और लोकसभा सांसद शशि थरूर ने बीते शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा और केरल की वाम लोकतांत्रिक मोर्चा सरकार की सराहना करने को लेकर उठी आलोचनाओं का जवाब दिया. उन्होंने साफ किया कि वह हमेशा सरकार के अच्छे काम की तारीफ करते हैं चाहे वह उनकी पार्टी की सरकार हो या किसी अन्य दल की. साथ ही गलत फैसलों की आलोचना करना भी उतना ही जरूरी है.
थरूर ने कहा कि मैं पिछले 16 सालों से राजनीति में हूं. जब कोई सरकार अच्छा काम करती है तो उसकी सराहना करनी चाहिए और जब कोई गलती होती है तो आलोचना भी जरूरी है. अगर मैं हमेशा सिर्फ तारीफ करूंगा तो लोग मुझे गंभीरता से नहीं लेंगे और अगर सिर्फ आलोचना करूंगा तो मेरी विश्वसनीयता भी खत्म हो जाएगी. लोकतंत्र में संतुलन बनाए रखना बेहद जरूरी है.”
शशि थरूर ने प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा को लेकर कुछ सवाल भी उठाए. उन्होंने कहा कि इस यात्रा में भारतीयों के पक्ष में कई पॉजिटिव फैसले हुए, लेकिन कुछ अहम मुद्दे अब भी अनसुलझे हैं. उन्होंने कहा कि अवैध प्रवासियों को भारत वापस भेजने के मुद्दे पर चर्चा क्यों नहीं हुई? क्या पीएम मोदी ने इस पर बंद कमरे में बात की? ये एक बड़ा सवाल है. थरूर ने ये भी कहा कि भारत और अमेरिका के बीच आने वाले 9 महीनों में बिजनेस और टैरिफ को लेकर वार्ता का फैसला लिया गया है जो एक बेहतर कदम है.”
कांग्रेस सांसद ने कहा कि उन्हें खुशी है कि भारत को कुछ अच्छे नतीजे मिले हैं और वह भारतीय होने के नाते इस उपलब्धि की सराहना करते हैं. उन्होंने कहा कि हमेशा पार्टी हितों के नजरिए से नहीं सोचना चाहिए. जब कुछ अच्छा होता है तो उसकी सराहना करना जरूरी है.
पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा की तारीफ के साथ ही शशि थरूर ने केरल में एलडीएफ सरकार की ओर से स्टार्टअप को बढ़ावा देने के प्रयासों की भी सराहना की थी. उन्होंने एक अखबार में लेख लिखकर इस क्षेत्र में सरकार की नीतियों की तारीफ की. हालांकि केरल कांग्रेस के नेताओं को ये पसंद नहीं आया.
केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेताओं ने इस पर आपत्ति जताते हुए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी हाईकमान को एक पत्र भेजा जिसमें थरूर के इस रुख पर सवाल उठाए गए. कांग्रेस के सीनियर नेता वीडी सतीशन ने तो थरूर द्वारा दिए गए आंकड़ों की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े कर दिए.