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कुरुक्षेत्र पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट के नाम पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने धोखाधड़ी करने के आरोप में डोडिया मोहित भाई, रोला आशीष भाई और ढोलरिया अंकित वासीयान राजकोट गुजरात को गिरफ्तार किया है.
मामले में एसपी वरुण सिंगला ने बताया कि 11 जनवरी 25 को थाना साइबर कुरुक्षेत्र को शिकायत मिली थी. शिकायत में शाहबाद निवासी सुशील गर्ग ने बताया कि उसके मोबाइल पर एक अनजान काल आई थी. फोन करने वाले ने अपने आप को ट्राई का अधिकारी बताया और कहा कि उसका फोन 2 घंटे में बंद हो जाएगा क्योंकि फोन नंबर मनी लॉड्रिंग केस में पाया गया है.
शिकायतकर्ता ने आगे बताया कि फोन करने वाले ने कहा कि अगर इसके बारे में ज्यादा जानकारी लेनी तो 9 दबाएं जैसे ही 9 दबाया तो सामने से कॉल पर बताया कि वह विजय खन्ना सीबीआई मुंबई से बोल रहा है. उसने बताया कि मेरे खिलाफ कोलाबा पुलिस स्टेशन मुम्बई में एक मनी लॉड्रिंग की एफआईआर दर्ज हुई है.
पीड़ित सुशील गर्ग के मुताबिक ‘मुझे बताया गया कि मेरे आधार कार्ड के माध्यम से कैनरा बैंक में एक खाता खुलवाया गया हैं जिसमे 2 करोड़ रुपये जमा हुए हैं, जिसके लिए डिजिटल अरेस्ट किया जाता है. अब कॉल करने वाले ने उसको एक अलग रूम में जाने को बोला. जो जानकारी उसने मांगी, फोन पर दे दी. इसके बाद उसके अलग-अलग बैंक खाते से करीब 1.29 करोड़ रुपये निकाल लिए.
एसपी ने आगे बताया कि शिकायत पर मामला दर्ज करके जांच के बाद 25 जनवरी को साइबर थाना प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार के मार्गनिर्देश में सहायक उपनिरीक्षक सुनील कुमार की टीम ने डिजिटल अरेस्ट के नाम पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में डोडिया मोहित भाई, रोला आशीष भाई और ढोलरिया अंकित वासीयान को गुजरात के राजकोट से गिरफ्तार कर लिया.
एसपी सिंगला ने कहा कि ने तीनों आरोपियों ने गिरफ्तारी से पहले धौंस जमाने की कोशिश की लेकिन पुलिस के सख्त तेवर के सामने एक न चली. आरोपियों को अदालत में पेश करके 8 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है. साथ ही वरुण सिंगला ने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि साइबर अपराध में 1930 हेल्प लाइन पर कॉल करें. आपकी रिपोर्ट तुरंत दर्ज की जाएगी और आपका पैसा जल्द से जल्द वापस लौटाने की दिशा में जांच होगी.