Top News : महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद पर दावा करने के बाद उद्धव ठाकरे की शिवसेना यूबीटी पीछे हट गई है
Top News : कांग्रेस और शरद पवार गुट द्वारा ठाकरे की दावेदारी को तवज्जो नहीं दिए जाने के बाद आखिरकार पार्टी नेता संजय राउत ने मुख्यमंत्री पद को लेकर अहम टिप्पणी की है. राउत ने कहा कि चुनाव के बाद भी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में बातचीत हो सकती है.

Top News : हमारा लक्ष्य मौजूदा सरकार को हटाना है: संजय राउत
संजय राउत ने आज (5 सितंबर) कहा कि, ‘महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए एमवीए के मुख्यमंत्री पद के चेहरे पर चुनाव के बाद भी चर्चा हो सकती है. अब हमारा लक्ष्य राज्य से भ्रष्ट मौजूदा सरकार को हटाना है.
इससे पहले शरद पवार ने कल (4 नवंबर) कहा था कि अब एमवीए को मुख्यमंत्री पद के लिए उनका चेहरा घोषित करने की कोई जरूरत नहीं है. चुनाव नतीजों के बाद संख्या बल के आधार पर इस संबंध में फैसला लिया जा सकता है.

“पवार साहब 100 फीसदी सच कह रहे हैं”
पवार के कल दिए गए बयान के बाद आज संजय राउत ने कहा कि, ‘पवार साहब 100 फीसदी सच कह रहे हैं. यह (महायुति) तीन दलों की सरकार है और एमवीए को महाराष्ट्र में बहुमत मिल रहा है। हमारा पहला काम वर्तमान सरकार को हटाना है. हम मुख्यमंत्री पद के बारे में बाद में कभी भी बात कर सकते हैं.’

Top News : एमवीए सहयोगियों के बीच कोई मतभेद नहीं: आदित्य ठाकरे
राउत के बयान के बाद ऐसा लग रहा है कि उनकी पार्टी मुख्यमंत्री पद की दावेदारी से पीछे हट गई है. इसके अलावा, शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने बुधवार को कहा कि मुख्यमंत्री पद को लेकर एमवीए के सहयोगियों के बीच कोई मतभेद नहीं है. बता दें कि महाराष्ट्र में नवंबर में मतदान होने वाला है.
कांग्रेस-पवार गुट ने उद्धव ठाकरे के बयान को कोई महत्व नहीं दिया
उस वक्त उद्धव ठाकरे ने दावा किया था, लेकिन तब कांग्रेस और शरद पवार गुट ने उनके बयान को कोई महत्व नहीं दिया था. इतना ही नहीं शरद पवार ने कहा था कि हम बिना मुख्यमंत्री पद के चेहरे के चुनाव मैदान में उतरेंगे और हमारा लक्ष्य एनडीए को सत्ता से बाहर करना है.
Top News : क्या कहा उद्धव ठाकरे ने?
इससे पहले, शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे पिछले एक महीने से कह रहे थे कि चुनाव से पहले महाविकास अघाड़ी की ओर से मुख्यमंत्री पद का चेहरा तय होना चाहिए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का चेहरा इस आधार पर तय नहीं होना चाहिए कि गठबंधन में किस पार्टी को सबसे ज्यादा सीटें मिलीं. उनका साफ इशारा था कि मुख्यमंत्री पद पर उद्धव सेना का दावा है और इसके लिए उनके नेता को चेहरा बनाया जाना चाहिए.