Top News : पूर्व सीएम के दाहिने हाथ माने जाने वाले सिर्फ एक रिटायर आईएएस अधिकारी के आने-जाने के लिए 450 हेलीपैड!Breaking News 1
Top News : चुनाव परिणाम ने सारे समीकरण बदल दिये
Top News : ओडिशा में एक समय ऐसा था जब वीके पांडियन को नवीन पटनायक का उत्तराधिकारी माना जाता था. लेकिन चुनाव परिणाम ने सारे समीकरण बदल दिये. ओडिशा में बीजेडी को करारी हार का सामना करना पड़ा और नवीन पटनायक को सीट छोड़नी पड़ी. वीके पांडियन नवीन पटनायक के दाहिने हाथ हैं. लेकिन अब समय के साथ सब कुछ बदल गया है. वीआरएस लेकर राजनीति में कदम रखने वाले पूर्व आईएएस वीके पांडियन अब मुश्किल में फंसते नजर आ रहे हैं। नवीन पटनायक के दाहिने हाथ माने जाने वाले वीके पांडियन पर गंभीर आरोप लगे हैं. हेलीकॉप्टर और हेलीपैड का इस्तेमाल करने को लेकर वे आलोचना के घेरे में आ गए हैं। अब उनके खिलाफ जांच शुरू हो गई है.
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सबसे पहले ओडिशा के वाणिज्य एवं परिवहन मंत्री विभूति भूषण जेना ने वीके पांडियन की हेलीकॉप्टर यात्राओं की जांच की बात कही. और अब कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने रविवार को कहा कि सरकार इस बात की जांच करेगी कि नौकरशाह से नेता बने पांडियन के हेलीकॉप्टर को उतारने के लिए 450 हेलीपैड कैसे बनाए गए। आपको बता दें कि वीके पांडियन उस वक्त नवीन पटनायक सरकार में सचिव थे.
Top News : जिसकी जांच की जाएगी
एक रिपोर्ट के मुताबिक, कानून मंत्री हरिचंदन ने कहा, ”हम जांच करेंगे कि हेलीकॉप्टर की सवारी के लिए किसने भुगतान किया.” यह बात स्पष्ट होनी चाहिए. इसकी गहन जांच की जरूरत है.’ सरकारी स्तर पर जहां-जहां हेलीकॉप्टर उतरते थे, वहां हेलीपैड बनाए जाते थे और इसके लिए सरकारी पैसे का इस्तेमाल किया जाता था. पांडियन ने 400-450 स्थानों का दौरा किया. यह स्पष्ट नहीं है कि इसकी मंजूरी किसने और कैसे दी? एक विभागीय सचिव को हेलीकाप्टर के उपयोग का अधिकार नहीं है तो फिर उन्हें यह अनुमति कैसे मिल गयी?
Top News :मंत्री ने क्या किया खुलासा?
मंत्री हरिचंदन ने आगे कहा कि बीजेपी सरकार इस जांच में सब कुछ शामिल करेगी. पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि जांच पूरी होने के बाद हम उचित सजा पर विचार करेंगे. दरअसल, बीजेडी यानी बीजू जनता दल सरकार में पिछले साल फरवरी और सितंबर के बीच नवीन पटनायक के करीबी पांडियन ने लोगों से मिलने और उनकी राय जानने के लिए हेलीकॉप्टर की सवारी की थी. मंत्री ने कहा कि हम इसकी जांच करेंगे कि इसका खर्चा किसने उठाया. आपको बता दें कि बीजेपी सरकार के दौरान पांडियन पिछले साल फरवरी से सितंबर तक हेलीकॉप्टर में सवार होकर जनता से मिले थे.
Top News :पांडियन मुश्किल में पड़ गए
इससे पहले, ओडिशा सूचना अधिकार अभियान के आरटीआई कार्यकर्ताओं के एक समूह ने 24 जुलाई को पांडियन के खिलाफ प्रदर्शन किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि पांडियन ने हेलीकॉप्टरों और चार्टर्ड उड़ानों का दुरुपयोग किया। पांडियन ने अक्टूबर में आईएएस से वीआरएस लिया और अगले ही महीने बीजेडी में शामिल हो गए। उन्होंने लोकसभा और विधानसभा चुनावों में पार्टी के लिए जोरदार प्रचार किया. बीजद ने हेलीकॉप्टर यात्रा की जांच की मांग करने वाले मंत्रियों के आरोपों को खारिज कर दिया है.