
नई दिल्ली विधानसभा सीट से दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चुनाव हार गए है. उन्हें बीजेपी के परवेश वर्मा ने हराया है. अरविंद केजरीवाल 2013 से इस सीट पर काबिज थे. उन्होंने कांग्रेस की दिग्गज नेता और तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को हराकर दिल्ली में आप के एक दशक लंबे शासन की शुरुआत की थी.
केजरीवाल अपने प्रतिद्वंद्वी से लगभग 1,200 वोट पीछे रहे, जबकि कांग्रेस के संदीप दीक्षित तीसरे स्थान पर रहे, इन नतीजों से दोनों पार्टियों के बीच दरार पर चर्चा फिर से शुरू हो गई है. दोनों ही इंडि अलांयस के सदस्य हैं और अगर गठबंधन होता तो शायद अलग परिणाम मिलते. इस बीच, अपने पिता साहिब सिंह वर्मा के नक्शेकदम पर चलने वाले संभावित भावी मुख्यमंत्री परवेश वर्मा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे.
अरविंद केजरीवाल 2013 से नई दिल्ली सीट पर काबिज थे, जब उन्होंने कांग्रेस की दिग्गज नेता और तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को हराकर दिल्ली में AAP के एक दशक लंबे शासन की शुरुआत की थी. लगातार तीसरी बार सत्ता में आने की कोशिश में लगे केजरीवाल और आप को अपमानजनक हार का सामना करना पड़ रहा है; दोपहर 1 बजे तक दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से भाजपा 47 पर आगे और आप 23 सीटों पर आगे हैं.
केजरीवाल की हार को आप के ‘अंत’ के रूप में देखा जा रहा है, खासकर अब जब इसके तीन सबसे हाई-प्रोफाइल नेताओं में से दो – केजरीवाल और सिसोदिया – शराब नीति घोटाले में भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं. लगभग सभी प्रमुख चर्चित चेहरों को हार का सामना करना पड़ा है. हालांकि मौजूदा सीएम आतिशी ने कालकाजी से जीत हासिल की है.