
पाकिस्तान में बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) द्वारा हाईजैक की गई जाफर एक्सप्रेस के 104 यात्रियों की रिहाई को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। पाकिस्तानी सेना ने दावा किया था कि उसने 16 आतंकियों को मारकर बंधकों को छुड़ाया, लेकिन अब यात्रियों ने इस दावे की पोल खोल दी है।
मुक्त हुए यात्रियों ने बताया कि उन्हें पाकिस्तानी सेना ने नहीं बचाया, बल्कि बीएलए ने खुद उन्हें रिहा किया। यात्रियों के मुताबिक, बीएलए के लड़ाकों ने कहा कि उनकी आम नागरिकों से कोई दुश्मनी नहीं है, इसलिए उन्होंने महिलाओं और बच्चों को सुरक्षित छोड़ दिया। बीएलए ने भी अपने बयान में कहा कि उसने 80 से अधिक नागरिकों और बच्चों को रिहा किया है।
यात्रियों का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वे बता रहे हैं कि बीएलए के लड़ाकों ने खुद उन्हें रिहा कर जाने को कहा। यात्रियों को चार घंटे तक पैदल चलकर सुरक्षित स्थान तक पहुंचना पड़ा।
एक यात्री ने घटना का विवरण देते हुए बताया कि पहले ट्रेन में धमाका हुआ, जिसके बाद सभी को नीचे उतारा गया। यात्रियों को डर से वहीं लेट जाने को कहा गया था। इसके बाद बीएलए के लड़ाकों ने उन्हें निर्देश दिया कि पीछे मुड़कर न देखें और आगे बढ़ते जाएं। यात्रियों ने बताया कि बीएलए के लड़ाकों ने उन्हें बार-बार आश्वस्त किया कि उनका आम नागरिकों से कोई बैर नहीं है।