
वर्किंग आवर्स यानी काम के घंटे को लेकर इंटरनेट पर बहुत दिनों से बहस छिड़ी हुई है. पिछले दिनों नारायण मूर्ति के कर्मचारियों को 70 घंटे काम करने की सलाह देने के बाद से ही कई बिजनेसमैन ने इस मुद्दे पर अपनी बात रखी है. हाल ही में एल एंड टी कंपनी के चेयरमैन भी कर्मचारियों को हफ्ते में 90 घंटे काम करने की सलाह देते नजर आए. इसपर यूजर्स ने इंटरनेट पर कड़ा विरोध जताया. अब इस पूरे मामले वाले आनंद महिंद्रा ने एक बयान दिया है. काम की क्वालिटी को लेकर दिए उनके बयान के लिए सोशल मीडिया यूजर्स उनकी जमकर सराहना कर रहे हैं।
महिंद्रा ने 90 घंटे या 70 घंटे काम करने वाली बात पर अपना पक्ष रखा. उन्होंने उनसे उनके काम के घंटे पूछे जाने पर जवाब में कहा कि मुझसे मेरी क्वालिटी ऑफ वर्क यानि काम की गुणवत्ता पूछी जानी चाहिए न कि ये कि मैं कितने घंटे काम करता हूं. महिंद्रा ने कहा कि बहस क्वालिटी ऑफ वर्क पर होनी चाहिए, क्वॉन्टिटी पर नहीं।’
महिंद्रा ने आगे कहा कि काम को लेकर यह बहस 40 घंटे या 70 घंटे की नहीं होनी चाहिए. बल्कि आप दिन में अगर 10 घंटे काम करके भी दुनिया के लिए कुछ कर सकते है तो वो बहुत है.