दिल्ली की महरौली विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के विधायक नरेश यादव ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. आप ने इस बार उनका टिकट काट दिया था. माना जा रहा है कि इससे नाराज होकर उन्होंने पार्टी को अलविदा कह दिया है.

नरेश यादव ने अपना इस्तीफा आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को भेजा. इस इस्तीफे में उन्होंने लिखा कि आम आदमी पार्टी का उदय भ्रष्टाचार के खिलाफ हुए, अन्ना आंदोलन से भारतीय राजनीति से भ्रष्टाचार को मुक्त करने के लिए हुआ था लेकिन अब मैं बहुत दुखी हूं कि भ्रष्टाचार आम आदमी पार्टी बिल्कुल भी कम नहीं कर पाई बल्कि आम आदमी पार्टी ही भ्रष्टाचार के दलदल में लिप्त हो चुकी है.”
इस्तीफे में नरेश यादव ने आगे लिखा कि मैंने आम आदमी पार्टी ईमानदारी की राजनीति के लिए ही ज्वाइन की थी. आज कहीं भी ईमानदारी नजर नहीं आ रही है. मैंने महरौली विधान सभा में पिछले 10 सालों से लगातार 100 फीसदी ईमानदारी से काम किया है. महरौली के लोग जानते हैं कि मैंने ईमानदारी की राजनीति, अच्छे व्यवहार की राजनीति और काम की राजनीति की है.”
नरेश यादव ने ये भी कहा कि मैंने महरौली के बहुत से लोगों से चर्चा की, सभी ने यही कहा कि आम आदमी पार्टी अब पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त हो चुकी है. आपको इस पार्टी को छोड़ देना चाहिए क्योंकि इन्होंने लोगों के साथ धोखा किया है. कहते थे, कि हम ईमानदारी की राजनीति करेंगे लेकिन आज पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त है.”
नरेश यादव ने अपने पत्र के आखिर में कहा कि आम आदमी पार्टी में कुछ ही लोग ईमानदारी की राजनीति करने वाले बचे हैं. केवल उनसे मेरा प्यार व दोस्ती हमेशा रहेगी और अपनी महरौली की जनता का भी मैं दिल से आभार और धन्यवाद प्रकट करता हूं कि इन्होंने मुझे 10 सालों में बहुत प्यार और आशीर्वाद दिया है. महरौली विधान सभा और दिल्ली की प्यारी जनता से विनम्र निवेदन है कि आगे की ईमानदारी से समाज सेवा वाली राजनीति के लिए अपना आशीर्वाद और प्यार हमेशा मुझपर बनाये रखें. मैं आप सभी से वादा करता हूं कि हमेशा ईमानदारी की, अच्छे व्यवहार की और काम की राजनीति करता रहूंगा.”