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अवैध भारतीय अप्रवासियों को लेकर अमेरिकी सैन्य विमान C-17 बुधवार दोपहर अमृतसर में उतर गया है. डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन की ओर से पदभार संभालने के बाद देश के प्रवासियों पर यह पहली कार्रवाई है. इस विमान में 104 लोग पहुंचे हैं. पंजाब पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच विमान श्री गुरु रामदास जी इंटरनेशल एयरपोर्ट पर उतरा.
अमेरिका सेना के विमान से आए भारतीयों की पहचान सामने आ गई है. इनमें से पंजाब, गुजरात और हरियाणा के रहने वाले लोग शामिल हैं. ज्यादातर लोग 40 साल से कम उम्र के हैं. इनमें कुछ महिलाएं भी हैं. विमान की लैंडिग के समय अमृतसर के पुलिस कमिश्नर, डीसी और अन्य तमाम सीनियर प्रशासनिक अधिकारी एयरपोर्ट पर मौजूद रहे. एयरपोर्ट स्थित एविएशन क्लब में सभी डिपोर्ट किए गए भारतीयों के बैकग्राउंड चेक किए गए हैं.
वहीं, अमृतसर एयरपोर्ट के डायरेक्टर, डिप्टी कमिश्नर, पुलिस कश्मिनर और सीआईएफ डायरेक्टर ने एक बैठक की थी. इस दौरान सुरक्षा उपाय के तहत एयरपोर्ट के कार्गो गेट और एक अन्य प्रवेश द्वार पर बैरिकेडिंग कर दी गई थी. अथॉरिटीज की तरफ से ये भी कहा गया है कि सभी लोगों के रिकॉर्ड देखे जाएंगे. दरअसल इस बात की आशंका है कि इनमें कहीं कोई ऐसा तो नहीं जिसका क्रिमिनल बैकग्राउंड रहा हो या भारत से कोई जुर्म करके फरार हुआ हो.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी और ट्रंप ने हाल ही में एक बातचीत की थी, जिसमें उन्होंने वैश्विक शांति और सुरक्षा के अन्य मामलों के अलावा इमिग्रेशन पर भी चर्चा की थी. ट्रंप ने बातचीत के बारे में कहा था कि मोदी के साथ इमिग्रेशन पर चर्चा की. अवैध अप्रवासियों को वापस लेने के मामले में भारत वही करेगा जो सही होगा.’ भारत ने अमेरिका को अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने वाले प्रवासियों को वापस लेकर अवैध अप्रवास से निपटने में सहयोग करने का आश्वासन दिया था.