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अमेरिका के राष्ट्रपति के तौर पर दूसरी बार शपथ लेने के ठीक एक हफ्ते बाद डोनाल्ड ट्रंप की बातचीत पीएम मोदी से हुई. सोमवार को फोन पर हुई यह बातचीत काफी देर तक चली. इस दौरान आपसी सहयोग बढ़ाने के लिए कई मुद्दों पर चर्चा हुई. यहां अहम बात यह है कि ट्रंप ने दोनों देशों के बीच निष्पक्ष व्यापार की बात भी की. यह वहीं मुद्दा है जो ट्रंप ने पिछली बार राष्ट्रपति रहते हुए भी बार-बार दोहराया था.
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पिछले कार्यकाल में भारत को कई बार अमेरिकी उत्पादों पर इम्पोर्ट ड्यूटी घटाने की चेतावनी दी थी. ट्रंप हमेशा कहते थे कि अमेरिका में भारत से आने वाले उत्पादों पर न के बराबर इम्पोर्ट ड्यूटी लगती है, लेकिन भारत में अमेरिकी उत्पादों पर बहुत ज्यादा टैक्स है. उनका मत है कि इस तरह का व्यापार निष्पक्ष नहीं होता है. इस बार अपने चुनावी कैंपेन में भी वह ये बात कई बार दोहरा चुके हैं. अब दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप ने पीएम मोदी के साथ पहली बातचीत की तो भी उन्होंने इस मुद्दे को प्राथमिकता से उठाया.
व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि ट्रंप और मोदी के बीच किन-किन मुद्दों पर बातचीत हुई. इस बयान में निष्पक्ष द्विपक्षीय व्यापार पर बातचीत की भी बात लिखी है. साफ है कि ट्रंप पिछली बार की ही तरह इस बार भी भारत पर अमेरिकी उत्पादों पर इम्पोर्ट ड्यूटी घटाने का दबाव बनाएंगे. इसके साथ ही इस बातचीत में ट्रंप ने भारत पर अमेरिकी रक्षा उपकरण खरीदने के लिए भी जोर दिया. व्हाइट हाउस ने अपने बयान में कहा है कि ‘अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ एक सार्थक बातचीत की. दोनों नेताओं ने सहयोग को बढ़ाने और उसे गहरा करने पर चर्चा की. इंडो-पैसिफिक, मध्य पूर्व और यूरोप में सुरक्षा सहित कई क्षेत्रीय मुद्दों पर भी बातचीत हुई. राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत द्वारा अमेरिकी निर्मित सुरक्षा उपकरणों की खरीद बढ़ाने और निष्पक्ष द्विपक्षीय व्यापार संबंधों पर जोर दिया. इस बीच प्रधानमंत्री मोदी के व्हाइट हाउस आने की योजनाओं पर भी चर्चा हुई. दोनों नेताओं ने अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी और इंडो-पैसिफिक क्वाड साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई