
रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष को समाप्त करने के प्रयासों में एक नया मोड़ आया है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से शांति समझौते की कोशिशों की सराहना की है। पुतिन ने कहा कि रूस युद्धविराम के लिए तैयार है, लेकिन इसके साथ एक शर्त भी रखी। उन्होंने स्पष्ट किया कि सीजफायर दीर्घकालिक शांति के लिए होना चाहिए, न कि केवल अस्थायी रूप से। पुतिन के अनुसार, युद्धविराम के बाद स्थायी शांति की दिशा में कदम उठाना आवश्यक है, और युद्ध के असली कारणों का समाधान किया जाना चाहिए।
इस पर पुतिन ने यह भी कहा कि सीजफायर की निगरानी करना बहुत कठिन हो सकता है, और वे इस मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से बातचीत करने के इच्छुक हैं, क्योंकि अभी भी कुछ सवाल और चिंताएँ बाकी हैं। पुतिन ने ट्रंप के शांति प्रयासों की सराहना की, लेकिन उन्होंने इसे एक आधे-अधूरे बयान के रूप में भी देखा और पूरी तरह से समाधान की आवश्यकता जताई।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पुतिन के बयान को सकारात्मक माना, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि यह पूरा बयान नहीं था और इसके विस्तार पर बातचीत की जरूरत है। ट्रंप ने यह संकेत दिया कि वे जल्द ही पुतिन से मिलने और इस मुद्दे पर गहराई से बातचीत करने के लिए तैयार हैं। यह स्पष्ट करता है कि दोनों देशों के बीच इस शांति प्रक्रिया को लेकर आगे और भी बातचीत हो सकती है।
सऊदी अरब के जेद्दा में बीते मंगलवार 11 मार्च 2025 को हुए आठ घंटे लंबे वार्ता सत्र के बाद यूक्रेनी अधिकारियों ने युद्धविराम प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। इस दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि रूस के साथ शांति समझौते को लेकर संपर्क किया जा रहा है। यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इस प्रस्ताव को एक सकारात्मक कदम के रूप में स्वीकार किया और कहा कि वे इसे अपनाने के लिए तैयार हैं।
इन सभी घटनाओं से यह जाहिर होता है कि संघर्ष को समाप्त करने के लिए दोनों देशों के नेताओं के बीच बातचीत और समझौते की दिशा में कुछ ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। हालांकि, शांति की स्थिरता के लिए अभी कई जटिलताएँ और शर्तें हैं, जिन्हें सुलझाना जरूरी होगा।