
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच व्हाइट हाउस में जो हुआ था उसे दुनिया ने देखा था। फिलहाल एक बार फिर सब सामान्य नजर आ रहा है और रूस और यूक्रेन के बीच तीन साल से जारी युद्ध को खत्म करने के लिए यूक्रेन और अमेरिका के बीच बातचीत मंगलवार को सऊदी अरब के जेद्दा में शुरू हुई है।
दोनों पक्षों के बीच बातचीत ऐसे समय में हो रही है, जब रूस ने सोमवार रात यूक्रेन की ओर से 10 से अधिक रूसी क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर ड्रोन हमले किए जाने और ऐसे 337 ड्रोन को मार गिराने का दावा किया है। बातचीत के दौरान अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो कैमरे के सामने मुस्कराते हुए नजर आए, जबकि यूक्रेनी अधिकारी उनकी सामने वाली मेज पर चुपचाप बैठे रहे। उनके चेहरे पर कोई भाव नहीं था। सऊदी अरब के विदेश मंत्री भी वार्ता कक्ष में मौजूद थे। उनके पीछे अमेरिका, सऊदी अरब और यूक्रेन के राष्ट्रीय ध्वज लगे हुए थे। वार्ता में शामिल अधिकारियों ने पत्रकारों के किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया।
इस बीच, रूस के सैन्य अधिकारियों ने मंगलवार को दावा किया कि रूस की वायु रक्षा प्रणालियों ने सोमवार रात 10 से अधिक रूसी क्षेत्रों में 337 यूक्रेनी ड्रोन को मार गिराया। यह हमला यूरोप में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद के सबसे बड़े संघर्ष को रोकने के उपायों पर सऊदी अरब में अमेरिका और यूक्रेन के बीच बेहद अहम बातचीत शुरू होने से कुछ घंटों पहले हुआ। इसे तीन साल के युद्ध में यूक्रेन की ओर से रूस पर सबसे बड़ा ड्रोन हमला माना जा रहा है।
रूसी अधिकारियों ने बताया कि यूक्रेन के ड्रोन हमले में दो लोग मारे गए और तीन बच्चों समेत 18 लोग घायल हुए हैं। कई आवासीय इमारतों और वाहनों को भारी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि कुर्स्क क्षेत्र में 126 और मॉस्को के ऊपर 91 यूक्रेनी ड्रोन को मार गिराया गया। रूसी अधिकारियों के मुताबिक, यूक्रेनी ड्रोन विमानों ने सीमावर्ती बेलगोरेद, ब्रायंस्क और वोरोनिश के अलावा रूस के भीतर कलुगा, लिपेत्स्क, निजनी नोवगोरेद, ओरयोल और रियाजान को भी निशाना बनाया।
सऊदी अरब में यूक्रेन और अमेरिका के वार्ता 28 फरवरी को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की व्हाइट हाउस यात्रा के दौरान उत्पन्न विवाद के बाद युद्ध की समाप्ति के लिए एक नए कूटनीतिक प्रयास को दर्शाती है। उधर, क्रेमलिन ने सार्वजनिक रूप से किसी रियायत की पेशकश नहीं की है। रूस ने कहा है कि वह इस शर्त पर युद्ध समाप्त करने के लिए तैयार है कि यूक्रेन उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में शामिल होने का अपना प्रयास छोड़ दे और मॉस्को के कब्जे वाले क्षेत्रों को रूसी क्षेत्र के रूप में मान्यता दे