
महाराष्ट्र के नागपुर में सोमवार की रात हुई हिंसा के बाद पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है। राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घटना पर शांति बनाए रखने की अपील की और विधानसभा में भी इस मामले की गंभीरता पर चर्चा की। नागपुर में हिंसा भड़कने के कारणों की जांच की जा रही है, और अब तक पुलिस ने मामले में पांच एफआईआर दर्ज किए हैं।
पुलिस ने हिंसा में शामिल 47 लोगों को डिटेन किया है, और क्षेत्रीय थानों में कर्फ्यू लागू कर दिया है। गणेश पेठ और तहसील थाने के तहत अब तक कुल पांच एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं। पुलिस ने नुकसान का पंचनामा शुरू कर दिया है, जिसमें 38 दोपहिया वाहनों, 5 कारों, 2 जेसीबी मशीनों और 1 क्रेन के नुकसान का उल्लेख है। इसके अलावा, एक सरकारी वाहन भी हिंसा का शिकार हुआ है।
हिंसा के दौरान कुल 38 दोपहिया वाहनों और 5 कारों को नुकसान हुआ, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई। इस उपद्रव में 5 नागरिक और 33 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। 5 नागरिकों में से 3 को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल गई, जबकि दो का इलाज चल रहा है, जिनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। वहीं, पुलिसकर्मियों में एक पुलिस उपायुक्त और एक सह पुलिस आयुक्त सहित 14 पुलिस निरीक्षकों और 15 अन्य कर्मचारियों के घायल होने की खबर है।
वर्तमान में नागपुर के जोन 3, जोन 4 और जोन 5 के अंतर्गत सभी पुलिस थानों में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है, और स्थिति पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। पुलिस ने हिंसा के मुख्य कारणों की जांच शुरू कर दी है, और उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।